साक्षर भारत
आज की प्रतियोगिता हेतु स्वेच्छिक विषय पर रचना
गीत-साक्षर भारत ✒️
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साक्षर होकर मान बढ़ाएं,
अपने भारत वर्ष का,
शिक्षा की हम अलख जगाएं ,
नव भारत उत्कर्ष का |
हम अपनी संस्कृति न भूलें ,
उन्नति के झूले पर झूलें ,
दिशा सार्थक सदा हमारी
मंज़िल के शिखरों को छू लें
शहर शहर और गली गली में ,
गूँजा नारा भारत पर्व का |
शिक्षा की हम अलख जगाएं,
नव भारत उत्कर्ष का ||
पढ़े लिखें और साक्षर होवें
खुद अपनी पहचान बनायें ,
मर्यादा का पालन करके,
जग में अपना नाम कराएँ,
अक्षर से फिर शब्द बनायें,
वाक्य बने प्रतिदर्श का |
शिक्षा की हम अलख जगाएं,
नव भारत उत्कर्ष का ||
शिक्षा से संस्कारित होकर,
नूतन नव संधान करें,
विकसित कर दे शक्ति हमारी,
ऐसा हम उत्थान करें
उन्नत कर दें भाल विश्व में,
सिद्ध साधना दर्श का |
शिक्षा की हम अलख जगाएं
नव भारत उत्कर्ष का |
विनीता गुप्ता, छतरपुर मध्य प्रदेश स्वरचित मौलिक
Gunjan Kamal
05-Dec-2023 11:24 PM
👌👏
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